Site icon IIMT NEWS, Hindi news, हिंदी न्यूज़ , Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest News in Hindi, Breaking News in Hindi, ताजा ख़बरें

अजीत पवार ने विपक्ष के दावों की निकाली हवा, कहा- पीएम मोदी की डिग्री कोई मुद्दा नहीं

अजीत पवार ने विपक्ष के दावों की निकाली हवा, कहा- पीएम मोदी की डिग्री कोई मुद्दा नहीं

अजीत पवार ने विपक्ष के दावों की निकाली हवा, कहा- पीएम मोदी की डिग्री कोई मुद्दा नहीं

सौम्या कुलश्रेष्ठ। नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता अजीत पवार का एक बयान सामने आया है। उन्होंने अपनी पार्टी की तरफ से अलग एक बयान दिया है। उन्होंने न केवल देश में “मोदी मैजिक” को माना साथ ही ईवीएम पर भी पूरी तरह से विश्वास जताया। पवार के मुताबिक उन्हें यह विश्वास है कि ईवीएम से छेड़छाड़ होना संभव नहीं है। ईवीएम का संचालन जटिल, एवं सुरक्षित है। इसलिए चुनाव में हारने वाली पार्टी का ईवीएम को सारा दोष देना ठीक नहीं है। जब उनसे पूछा गया कि ईवीएम में हेराफेरी संभव है तो उन्होंने कहा कि  ईवीएम में हेरफेरी करना किसी व्यक्ति विशेष के लिए संभव नहीं है। क्योंकि यह बड़ी पेचिदा प्राणली है। उन्होंने इसी के साथ ही उन्होंने ईवीएम पर भरोसा जताते हुआ कहा कि  अगर ईवीएम में हेरफेर होती तो पंजाब, राजस्थान,पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में भी बीजेपी की ही जीत होती न की विपक्ष की। मात्र ईवीएम का गलत साबित होना ही पूरे देश भर में बवाल की वजह बन सकता है। दूसरी तरफ वीर सावरकर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री जैसे मुद्दों पर एनसीपी के अलग-अलग विचारों को लेकर किए गए प्रश्न पर उन्होंने कहा कि वह मोदी ही थे जिनके कारण बीजेपी दूर दराज तक अपनी पकड़ बना पाई है। 2014 के चुनाव में जब मोदी पूर्ण बहुमत के साथ जीते तो उन्होंने मात्र दो सांसद वाली पार्टी को दूर दराज के इलाकों तक पहुंचा दिया। क्या इसे आप लोग मोदी मैजिक नही कहेंगे एशियन न्यूज़ इंटरनेशनल (एएनआई) के अनुसार, उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को 2014 की जीत के बाद अपनी शिक्षा को लेकर काफी ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा, लेकिन इसके उपरांत भी उन्होंने लोकप्रियता हासिल कर बीजेपी को विभिन्न राज्यों तक पहुंचाया और पार्टी का नव निर्माण किया, पवार ने कहा कि ऐसे गड़े मुर्दे उखाड़ने से कोई लाभ नहीं। जरूरी यह है कि हम उनके द्वारा किए गए कामों को देखे, उन्होंने महाराष्ट्र के पूर्व उप मुख्यमंत्री वसंतदादा पाटिल का उदाहरण देते हुए कहा कि वह भी ज्यादा पढ़े लिखे नहीं थे परंतु इसके बावजूद भी उनका प्रशासन ऐसा था जिसे आज भी नहीं भुलाया जा सकता, उनके शासन में कई शैक्षिक संस्थान और कॉलेज निर्माण हुआ था।

Exit mobile version