Site icon IIMT NEWS, Hindi news, हिंदी न्यूज़ , Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest News in Hindi, Breaking News in Hindi, ताजा ख़बरें

आईएचजीएफ में 112 देशों के लगभग 5675 खरीदारों और खरीद प्रतिनिधियों ने मेले का किया दौराः आईईएमएल अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार

Rajtilak Sharma

नई दिल्ली/एनसीआर – 10 फरवरी, 2024 – आईएचजीएफ दिल्ली मेला- स्प्रिंग 2024 का 57वां संस्करण 6 से 10 फरवरी 2024 तक इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट, ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे में आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजन के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि  भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम उत्तर प्रदेश सरकार में फिल्म विकास परिषद के उपाध्यक्ष तरूण राठी की गरिमामयी उपस्थिति रही। मुख्य अतिथियों ने प्रदर्शकों, विदेशी और घरेलू बड़े खरीदारों के साथ-साथ प्रेस और मीडिया के सदस्यों के बीच हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) का नया और आने वाले समय को ध्यान मे रखकर बनाया गया लोगों, इसकी ब्रांड बुक और साथ ही इसका ‘डिज़ाइन कनेक्ट’ लॉन्च किया। मुख्य अतिथियों ने आईएचजीएफ दिल्ली फेयर-स्प्रिंग 2024 में 10 उत्पाद श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (डिस्प्ले) के लिए पुरस्कार भी दिए। इस मौके पर ईपीसीएच की सीएसआर पहल के तहत 5  लाख रुपये का चेक मेसर्स सहारनपुर आर्टिजन वेलफेयर ट्रस्ट को दिया गया। इस चेक को मैसर्स सहारनपुर वुडकार्विंग मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष इरफान उल हक ने स्वीकार किया।

इस महत्वपूर्ण अवसर पर लघु उद्योग भारती, लखनऊ के उपाध्यक्ष राजीव शर्मा; भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव तजिंदर बग्गा; अतिरिक्त. डीजीएफटी अनिल अग्रवाल; ईपीसीएच के अध्यक्ष  दिलीप बैद; आईईएमएल के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार; ईपीसीएच के द्वितीय उपाध्यक्ष डॉ. नीरज खन्ना; आईएचजीएफ दिल्ली मेला-स्प्रिंग 2024 की मेला अध्यक्ष प्रिया अग्रवाल; ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आर.के,वर्मा और ईपीसीएच की प्रशासनिक समिति के सदस्यों की भी गरिमामयी उपस्थित रही।

अपने संबोधन में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम ने अच्छे समन्वित मेले के लिए ईपीसीएच को बधाई दी। उन्होंने विश्व स्तरीय आयोजन स्थल के साथ-साथ ऐसी स्तर और पैमाने के मेले के आयोजन के लिए आईईएमएल के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार और टीम आईएचजीएफ दिल्ली मेले की सराहना की। प्रदर्शित उत्पादों की विविध रेंज को ध्यान में रखते हुए, उन्होंने कारीगरों के लिए ऐसे प्लेटफार्मों के महत्व पर जोर दिया। जफर इस्लाम ने मुरादाबाद में डॉ. राकेश कुमार के साथ अपनी मुलाकात का जिक्र किया और तब से हस्तशिल्प क्षेत्र के माध्यम से भारत की आर्थिक वृद्धि के प्रति उनके निरंतर समर्पण की सराहना की। 2020 में निर्यात में वृद्धि पर विचार करते हुए, इस्लाम ने निर्यातकों, खरीदारों, कारीगरों और ईपीसीएच के सामूहिक प्रयासों को श्रेय दिया। उन्होंने पुरस्कार विजेताओं को बधाई देने के साथ ही  उद्यमियों और निर्माता निर्यातकों द्वारा समर्थित उद्योग के सक्षम और उच्च कुशल कारीगरों और शिल्पकारों की ताकत की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह इकोसिस्टम आज भारत को सही रोशनी में पेश करते हैं। उन्होंने ‘डिज़ाइन कनेक्ट’ शुरू करने के लिए ईपीसीएच को बधाई दी, जो बाजार में नए उत्पादों को पेश करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। जफर इस्लाम ने भी कारीगरों के सामने आने वाली चुनौतियों के मद्देनज़, सहारनपुर कारीगर कल्याण ट्रस्ट को एक लाख इक्यावन हजार का चेक देने का वादा किया।

उत्तर प्रदेश सरकार के फिल्म विकास परिषद के उपाध्यक्ष तरूण राठी ने एकीकृत और सहयोगात्मक प्रयासों की सराहना की, जिसके कारण लगातार संस्करणों में मेले का कद बढ़ रहा है और इसे सफलता मिल रही है। उन्होंने इस संस्करण में ईपीसीएच के नेतृत्व और 3000 प्रदर्शकों की टीम द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिकाओं की सराहना की, जिसने 5000 विदेशी खरीदारों का ध्यान आकर्षित किया। राठी ने प्रधान मंत्री के ‘लोकल फॉर ग्लोबल’ के संदेश को बढ़ावा देने और एक ऐसे क्षेत्र का पोषण करके भारत के आर्थिक कद को मजबूत करने के लिए डॉ. राकेश कुमार के अटूट समर्पण की भी प्रशंसा की। उन्होंने इस समर्पण भाव में कारीगरों और शिल्पकारों तक मूल्य श्रृंखला के सभी पहलुओं को शामिल करने की भी सराहना की।

ईपीसीएच के नए लोगो के बारे में बोलते हुए, ईपीसीएच के अध्यक्ष, दिलीप बैद ने कहा, “2030 तक मौजूदा स्तर से 3 गुना हस्तशिल्प निर्यात यानी ‘तीन गुना तीस तक’ हासिल करने के हमारे महत्वाकांक्षी लक्ष्य को दोहराते हुए, यह नया लोगों ईपीसीएच की नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता, सहयोग और अनुकूलनशीलता को दर्शाता है। इसके साथ-साथ यह विश्वास भी दिलाता है कि यह उद्योग के बदलते परिदृश्य के साथ प्रतिध्वनित होगा और वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति को मजबूत करेगा। यह भारत को हस्तनिर्मित उत्पादों के लिए दुनिया के केंद्र के रूप में देखने की हमारी नई आकांक्षा और इसे संभव बनाने के लिए ईपीसीएच की पहल को दर्शाता है। हमारा लक्ष्य एक वैश्विक महाशक्ति बनना है और यह नया लोगो उस महत्वाकांक्षा को जगाने के लिए एक प्रेरणा है। जैसे-जैसे हम आगे बढ़ रहे हैं, नया लोगो हमारे विकास और प्रगति की यात्रा का प्रतीक है, और ‘डिज़ाइन कनेक्ट’ हमारे सदस्यों को उनके निर्यात प्रयासों के हर पहलू में समर्थन देने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।“

समापन समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए आईईएमएल के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने ईपीसीएच की सामाजिक पहल के महत्व और ईपीसीएच के नए लोगो के अनावरण पर प्रकाश डाला। उन्होंने 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में किए गए प्रयासों के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। भारत में कृषि के बाद हस्तशिल्प उद्योग ही सबसे महत्वपूर्ण और रोजगार परक है। इसके महत्व पर जोर देते हुए, डॉ. कुमार ने वैश्विक मुद्रा मूल्यों के अनुरूप निर्यात बढ़ाने पर जोर दिया। डॉ. राकेश कुमार ने जानकारी दी कि इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में समापन के दिन तक लगभग 112 देशों के लगभग 5675 खरीदारों और खरीद प्रतिनिधियों ने मेले का दौरा किया। उन्होंने अपनी बात को विस्तार देते हुए कहा, “आईएचजीएफ दिल्ली मेले और इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में कई गणमान्य व्यक्तियों की यात्रा से हम अभिभूत हुए हैं। इन उपलब्धियों के माध्यम से क्षेत्र की वृद्धि और उपलब्धि पर उनकी टिप्पणियाँ हमें आश्वस्त करती हैं और साथ ही हमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करती हैं। पिछले कई वर्षों में, बड़ी संख्या में खरीदार और विक्रेता उन उत्पादों की खरीद और आपूर्ति के लिए आईएचजीएफ दिल्ली मेले पर निर्भर रहे हैं जो दुनिया भर के बाजारों में उपभोक्ताओं के साथ अच्छी तरह से जुड़ते हैं और आसानी से बेचे जा सकते हैं। सही दिशा में प्रयासों के माध्यम से, हम इस समुदाय को बढ़ाना चाहते हैं और अपने क्षेत्र की वैश्विक पहुंच को बढ़ाना चाहते हैं।”

ईपीसीएच के द्वितीय उपाध्यक्ष डॉ. नीरज खन्ना ने कहा, “अंतर्राष्ट्रीय सोर्सिंग समुदाय द्वारा संरक्षित, विश्व स्तर पर प्रशंसित आईएचजीएफ दिल्ली मेला अपने 3000 प्रदर्शकों, क्यूरेटेड डिस्प्ले और कई सहायक कार्यक्रमों के साथ अपने 57वें संस्करण का समापन हुआ। हमारे खरीदार यह देखकर खुश हैं कि हम पर्यावरण संरक्षण प्रति वैश्विक चिंता साझा करते हैं। उन्हें हमारे प्रदर्शकों द्वारा प्रदर्शित समकालीन और स्टाइलिश शिल्प, घरेलू सजावट, फर्नीचर और साज-सामान, कारीगर वस्त्र, सूखे फूल और पोटपौरी, प्राकृतिक फाइबर उत्पाद, हस्तनिर्मित फैशन आभूषण और एसेसरीज आदि पसंद आए हैं और ये सभी प्रचलित और आगामी रुझानों की पुष्टि करते हैं। अंतर्राष्ट्रीय बाज़ारों में इनकी बहुत माँग है। “”

आईएचजीएफ दिल्ली मेला-स्प्रिंग 2024 की मेला अध्यक्ष श्रीमती प्रिया अग्रवाल ने कहा, “लगभग 112देशों के लगभग 5675 खरीदार और खरीद प्रतिनिधियों ने मेले का दौरा किया, जिसके परिणामस्वरूप 2300 करोड़ रुपये की व्यावसायिक पूछताछ हुई। टीजेएक्स, बेडिंगक्राफ्ट, क्रेन, हॉबीलॉबी, यूएसए;मुसाशिनोकलाविश्वविद्यालय, जापान; सीड्रीमयॉटक्लब, नॉर्वे; याया, नीदरलैंड; फ़शमीना, ब्राज़ील; इंडीटाइम, फ़्रांस; जोलीपाबी.वी., बेल्जियम; रेंजओवरसीज, यूएई; आइसा, स्पेनकीखोजकरें; माईडोरिस, रूरलहैंडमेड, यू.के.; प्रिंसेसटैग्रिडइंस्टीट्यूट, जॉर्डनऔरकईअन्यकंपनियों/डिपार्टमेंटलस्टोर्सकेप्रतिनिधियोंमले में आए। मेले में अन्य कार्यक्रमों, जैसे क्षेत्र से हस्तशिल्प से जुड़े विभिन्न विषयों पर ज्ञान सेमिनार, मेले में रैंप प्रस्तुतियाँ और सुविधाएं, ने प्रदर्शकों और खरीदारों दोनों के लिए अनुभव को बेहतर बना दिया।

नए लॉन्च किए गए ‘ईपीसीएच डिजाइन कनेक्ट’ के बारे में साझा करते हुए, ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक, आर के वर्मा ने कहा, “यह भारतीय निर्यातकों को वैश्विक डिजाइन प्रतिभा से जोड़ने और इसके लिए व्यापक शोध का नतीजा और पहल है। यह विशिष्ट ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म निर्माताओं को शानदार डिज़ाइन में निवेश करने में सक्षम बनाकर हस्तशिल्प निर्यात में बदलाव लाना चाहता है। इसका लक्ष्य उत्पाद श्रृंखलाओं को आधुनिक बनाने में मदद करना है, जिससे उन्हें व्यापक बाजार के लिए अधिक प्रासंगिक बनाया जा सके। ईपीसीएच ने पहले ही भारत के प्रमुख डिजाइन संस्थानों जैसे नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन; एमआईटी इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन; विश्व डिज़ाइन विश्वविद्यालय; एटलस स्किलटेक यूनिवर्सिटी; और क्यूम्यलस एसोसिएशन के साथ अनुबंध कर लिया है। ये सभी इस प्रयास में ईपीसीएच के अकादमिक भागीदार हैं।

सर्वश्रेष्ठ डिज़ाइन डिस्प्ले के लिए अजय शंकर और पीएन सूरी मेमोरियल पुरस्कार लैंप, लाइटिंग और एसेसरीज ; होम टेक्सटाइल्स, फर्निशिंग और फ्लोर कवरिंग; फैशन आभूषण और एसेसरीज; कॉर्पोरेट उपहार सहित डेकोरेटिव गिफ्ट्स; बाथरूम एसेसरीज; मोमबत्ती, अगरबत्ती, पोटपौरी, औषधि एवं एरोमैटिक्स; सॉफ्ट टॉयज सहित हस्तनिर्मित कागज, गिफ्ट रैप्स और रिबन; टिकाऊ उत्पाद; घरेलू सामान, टेबल और सजावटी उत्पाद; फ़र्निचर, फ़र्नीचर हार्डवेयर और होम एसेसरीज सहित 10 उत्पाद श्रेणियों में दिए गए। पुरस्कार विजेताओं की पूरी सूची नीचे संलग्न है।

हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद के कार्यकारी निदेशक श्री आर.के वर्मा ने बताया कि ईपीसीएच दुनिया भर के विभिन्न देशों में भारतीय हस्तशिल्प निर्यात को बढ़ावा देने और उच्च गुणवत्ता वाले हस्तशिल्प उत्पादों और सेवाओं के एक विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में  विदेशों में भारत की छवि और होम,जीवनशैली,कपड़ा, फर्नीचर और फैशन आभूषण और सहायक उपकरण के उत्पादन में लगे क्राफ्ट क्लस्टर के लाखों कारीगरों और शिल्पकारों के प्रतिभाशाली हाथों के जादू की ब्रांड इमेज बनाने के लिए जिम्मेदार एक नोडल संस्थान है। इस अवसर पर ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री आर के वर्मा ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान हस्तशिल्प निर्यात 30,019.24 करोड़ रुपये (3,728.47 मिलियन डॉलर) रहा।

Exit mobile version