मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल कांड में हुआ बड़ा खुलासा, बिना एग्रीमेंट के चल रहा था अस्पताल

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक बार फिर बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था देखने को मिली है। दो साल पहले मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार की भयावह तस्वीर देश के सामने आ थी। वहीं अब एक बार फिर इस जिले में आंख फोड़वा हॉस्पीटल के कारनामे ने सबको हैरान और परेशान कर दिया है। दरअसल, इस हॉस्पीटल की हालात दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है। हालांकि कहीं से राहत मिलता नहीं दिख रहा है। इसी बीच अस्पताल से जुड़ी एक और चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है।
बता दें कि यह अस्पताल बिना एग्रीमेंट के ही चल रहा था। इसी साल 31 मार्च को जिला स्वास्थ्य समिति से इसका एग्रीमेंट खत्म हो चुका था। वहीं इसके बाद अबतक दोबारा एग्रीमेंट नहीं हुआ है। सबसे बड़ी बात है कि एग्रीमेंट खत्म होने की खबर सिविल सर्जन को भी नहीं थी। जबकि बिना एग्रीमेंट के ही अस्पताल में ऑपरेशन किया जा रहा था। इस संबंध में सीएस डॉ. विनय शर्मा ने कहा- “बिना एग्रीमेंट के भी कैंप लग सकता है। लेकिन, इसकी जानकारी देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि जितने भी आंख के आपरेशन करने वाली संस्था है, उनकी जांच की जाएगी। टीम जाकर वहां पर जांच करेगी।”
इस घटना के बाद मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल चौतरफा घिर चुका है। वहीं जांच के हर पहलू पर प्रबंधक की लापरवाही सामने आई है। चाहें वह वार्ड की स्थिति हो या किचन की। राज्य स्तरीय टीम भी जब वहां पहुंची थी तो हालात देखकर बहुत दंग रह गई। राज्यस्तरीय टीम ने बताया था कि ऐसे तो जानवरों को भी नहीं रखा जाता। जैसे यहां पर मरीजों को रखा जाता है। इससे साफ दिख रहा है कि राज्य स्तरीय टीम की रिपोर्ट के आधार पर सरकार सख्त और बड़ी कार्रवाई कर सकती है। इस घटना के बाद अस्पताल के ओपीडी और ऑपरेशन थियेटर को बंद कर सील कर दिया गया है। माना जा रहा है कि कैंप में भारी लापरवाही बरती गयी है। एक ही टेबल पर सभी मरीजों का ऑपरेशन किया गया, वहीं कुछ मरीजों का कहना है कि दाहिने आंख के बदले उनके बाएं आंख का ऑपरेशन कर दिया गया है।