
सटीक, सार्थक और निष्पक्ष खबरें
भारत की आजादी में मीडिया की अहम भूमिका रही है। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान जिस तरह से मीडिया का उद्भव और विकास हुआ, उसी के चलते पत्रकारिता मिशनरी बन गई। मीडिया खासतौर से भाषायी पत्रकारिता ने संपूर्ण भारत वर्ष में अंग्रेजी शासन की कुनीतियों, उत्पीड़न, शोषण और अराजकता को उजागर कर जनजागरण और राष्ट्रवाद की भावना का संचार किया, उसी के चलते प्रेस ने लोकतांत्रिक व्यवस्था में स्वमेय चौथे स्तम्भ का दर्जा हासिल कर लिया। लेकिन आजादी के बाद मीडिया के स्वरूप और भूमिका में बहुत तेजी से बदलाव हुआ है। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और ऑनलाइन मीडिया के बढ़ते प्रभाव के चलते पत्रकारिता की दशा और दिशा पूरी तरह से बदलने लगी है। जहां पहले अखबार और पत्रिकाएं सर्वाधिक शक्तिशाली होती थीं, वहीं अब मोबाइल, टैब और टीवी की ताकत बहुत तेजी से बढ़ गई है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में इसकी पुष्टि भी हो गई है।
तकनीकी विकास के साथ ही वर्ष 2000 में भारत में ऑनलाइन मीडिया एवं सोशल मीडिया का प्रभाव तेजी से बढ़ा है। आज भारत में 70 करोड़ लोगों के पास फोन हैं। 25 करोड़ लोग स्मार्ट फोन का इस्तेमाल करते हैं। 25 करोड़ लोगो में से 15 करोड़ लोग डिजीटल मीडिया पर सक्रिय हैं। आज सोशल मीडिया हर नागरिक की अभिव्यक्ति का सशक्त साधन बन गया है। वह अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने लगा है। इसका सबसे बड़ा लाभ है कि हम अपने दोस्तों, रिश्तेदारों, प्रियजनों से सीधा संपर्क में रह सकते हैं। इसके अलावा हमें खबरें और सूचनाएं भी बहुत तेजी से प्राप्त होती हैं। लेकिन सोशल मीडिया में फेक न्यूज का दायरा भी बहुत तेजी से बढ़ा है।
देश के नागरिकों को फेक न्यूज से कैसे बचाया जाए और उनको सत्यम् शिवम् और सुंदरम् की अवधारणा पर आधारित सटीक, सार्थक और निष्पक्ष खबरें प्रदान प्रदान की जाएं, ऐसी मंशा के साथ आईआईएमटी मीडिया प्राईवेट लिमिटेड ने ‘आईआईएमटी न्यूज’ के नाम से वेब पोर्टल और चैनल शुरू करने का फैसला किया है। इस संस्थान का संपादक होने के नाते में आपको भरोसा दिलाता हूं कि इस डिजीटल प्लेटफार्म पर पत्रकारीय सिद्धांतों का पालन करते हुए आपकी जरूरतों के मुताबिक कंटेंट उपलब्ध कराने की भरपूर कोशिश करुंगा।