प्रयागराज: श्रृंग्वेरपुर के बाद फाफामऊ घाट पर दफन शवों से हटाई गई रामनामी, पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौजूद

उत्तर प्रदेश की संगम नगरी से बेहद ही विचलित कर देने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं। दरअसल, प्रयागराज के फाफामऊ घाट पर दफन शवों के ऊपर से रामनामी हटाने का एक मामला सामने आया है। इतना ही नहीं, इन चुन्नियों को सबूत मिटाने की मंशा से जला भी दिया गया। इस घटना के बाद लोगों के बीच हड़कंप मचा हुआ है। इस असंवेदनशील घटना के बीच आश्चर्य करने वाली बात यह है कि घाट की निगरानी में दिन-रात पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें मौजूद रहती हैं। अब प्रश्न उठना लाजमी है कि आखिर प्रशासन की मौजूदगी में इस घटना को किसने, कब और कैसे अंजाम दिया।
इससे पहले, पिछले दिनों कुंभ नगरी के श्रृंग्वेरपुर घाट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस वीडियो में दो शख्स घाट पर दफन शवों के ऊपर से भगवा रंग की चुन्नी, रामनामी और आसपास लगी लकड़ियां हटाते दिख रहे थे। मामले के तूल पकड़ते ही जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी और डीआईजी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित कर दी।
उधर इलाके के लेखपाल अनिल कुमार पटेल ने विद्युत शवदाह गृह बनाने का प्रस्ताव तैयार कर जिला प्रशासन को सौंप दिया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि यदि बिना किसी अड़चन के सरकार द्वारा प्रस्ताव पारित हो जाता है तो करीब 4-5 महीनों में यह शवदाह गृह बनकर तैयार हो जाएगा। प्रशासन ने इस मामले में दलील दी है कि बिजली युक्त शवदाह गृह बनने से घाट पर शवों को दफनाने की परंपरा पर रोक लगेगी साथ ही समय की भी बचत होगी।

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