राजस्थान कांग्रेस में कुछ बड़ा होने वाला है, सचिन पायलट?

दीपक झा: सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच की लड़ाई किसी से छिपी नहीं है। अब यह लड़ाई चर्म पर पहुंच गई है। हाल ही के दिनों में कांग्रेस आलाकमान ने दिल्ली में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट को एक ही टेबल पर बैठ कर संवाद किए। मीटिंग में राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे समेत पार्टी के कई बड़े नेता शामिल हुए थे। जैसे केसी वेनुगोपाल और रणदीप सुरजेवाला भी शामिल हुए थे। मीटिंग खत्म होने के बाद मीडिया सामने आई तो अपनी बाते कांग्रेस पार्टी ने रखी। सचिन पायलट और अशोक गहलोत एक ही फ्रेम में बहुत दीनो बाद दिखे, लेकिन यहां सवाल इस बात पर उठने लगे जब दोनो ने पूरे प्रैस कांफ्रेंस में एक दूसरे के तरफ देखा तक नहीं। जिसके बाद सियासी गलियारों में यह चर्चाएं तेज हो गईं। क्या सच इन दोनो नेताओ के बीच सब कुछ सही चल रहा है? ऐसा इसलिए भी क्योंकि इस बीच राजस्थान में दो पार्टी की रजिस्ट्रेशन हुई हैं।
एक जनसंघर्ष पार्टी, तो वहीं दूसरी प्रगतिशील कांग्रेस।अभी तक इसे किसने रजिस्ट्रेशन करवाया इसका पता नही चला है। ऐसे राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं, यह दोनो पार्टी सचिन पायलट ने ही रजिस्ट्रेशन करवाई हैं। ऐसा माना जा रहा है, इसी 11 जून को सचिन पायलट बड़ा फैसला ले सकते हैं, और कांग्रेस पार्टी को राजस्थान विधानसभा चुनावों से पहले झटका दे सकती है। आपको बता दे तो सचिन पायलट लगातार अपने ही पार्टी के खिलाफ और खास कर कांग्रेस नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर बिना नाम लिए हमला करते रहते हैं, और अपनी ही सरकार पर अपराधियों को सह देने का आरोप लगाते रहें हैं।