महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में एक महीने में 48 किसानों ने की आत्महत्या

कर्ज के तले दबा किसान
(ग्रेटर नोएडा) महाराष्ट्र के यवतमाल जिले की डीएम अमोल येगे ने किसानों द्वारा अगस्त महीने में की गई आत्महत्या के आंकड़े पेश किए हैं। जिसके बाद हड़कंप मच गया है। आंकड़ों में बताया गया है कि अगस्त महीने में 48 किसानों ने आत्महत्या कर ली है। किसानों की आत्महत्या को लेकर जिलाधिकारी ने तुरंत इसकी जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है। राज्य में किसानों द्वारा इस तरह के कदम उठाए जाने पर राज्य सरकार की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं।
आंकड़े के अनुसार इस साल सितंबर तक आत्महत्या के कुल 205 मामले सामने आ चुके हैं
जिला कलेक्टर अमोल येगे का कहना है कि हम किसानों के साथ हैं और उनके परेशानी को लेकर हम किसानों के साथ एक दिन बिताएंगे, साथ ही उन्हे सरकारी कार्यक्रम, सरकारी योजनाओं से कैसे लाभ ले इसके बारे में भी चर्चा करेंगे। साथ ही हमारी समिति इन मामलों पर बैठती है और इन मामलों की योग्यता और अपात्रता का फैसला करती है. उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन लगातार सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है.
दूसरी तरफ एक स्थानीय किसान ने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि उनके परिवार पर करीब 12 लाख रूपये का कर्ज था। भारी बारिश ने उनकी फसल को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। जिसके बाद उसके पिता खेत पर गए और उन्होंने मौत को गले लगा लिया। हमने कभी यह नहीं सोचा था कि मेरे पिता आत्महत्या कर लेगें। इसके बाद भी प्रशासन की तरफ से न तो कोई मिलने आया और न ही हमें कोई मदद मिली।