भारत में ब्लैक फंगस के सात हजार से ज्यादा केस, गुजरात सबसे ज्यादा प्रभावित

देश में कोरोना की दूसरी लहर के बीच एक और फिक्र काफी बड़ी होती जा रही है यानी ब्लैक फंगस की. देश में अब तक ब्लैक फंगस के कुल 7251 केस सामने आ चुके हैं और कई प्रदेशों में इसे महामारी घोषित कर दिया गया है आज बच्चों में भी ब्लैक फंगस का पहला मामला सामने आया. गुजरात के अहमदाबाद में 13 साल के बच्चे की सर्जरी की गई. हरियाणा के सिरसा में भी इस बीमारी से एक नाबालिग की मौत हो गई. जिसके बाद ब्लैक फंगस को लेकर दहशत बढ़ती जा रही है। देश में 10 राज्यों में ब्लैक फंगस का खतरा बढ़ता जा रहा है। सबसे अधिक गुजरात में 5 हजार मामले मिले हैं। गुजरात के बाद महाराष्ट्र में 1500 मामले सामने आए हैं। यहां 90 मरीजों की मौत भी हो चुकी है। मुंबई के विभिन्न अस्पतालों में ही इसके 111 मरीज भर्ती हैं। इस संक्रमण के चलते कई मरीजों की आंख तक निकालनी पड़ रही है। इस बीमारी से राजस्थान में 400, हरियाणा में 276, बिहार में 117, यूपी में 154, झारखंड में 16 मरीज इलाज करवा रहे हैं। ब्लैक फंगस के संबंध में एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया का कहना है-म्यू करमाइकोसिस के जीवाणु मिट्टी, हवा और यहां तक कि भोजन में भी पाए जाते हैं। लेकिन वे कम प्रभावी होते हैं और अमूमन संक्रमण नहीं फैलाते हैं। कोरोना महामारी के पहले इस संक्रमण के मामले काफी कम होते थे। अब कोरोना की वजह से इसके मामले बड़ी संख्याा में सामने आ रहे हैं।

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