घर का भेदी लंका ढाए इस कहावत को सच करते हुए अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी का भाई हशमत तालिबान के साथ जुड़ गया है| इस खबर ने पूरी दुनिया को झँझोड़ के रख दिया है| तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे के दौरान 15 अगस्त को अशरफ गनी अपने परिवार के साथ चार्टर्ड विमान से देश छोड़कर भाग गए और उन्होंने यूएई में शरण ले ली| सूत्रों के मुताबिक, अशरफ गनी ने सबसे पहले अमेरिका में शरण मांगी थी लेकिन अमेरिका ने मदद नहीं करी| उसके उपरांत, यूएई ने उन्हें शरण दी| तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान के नागरिकों की स्थिति बहुत बदतर हो गई है| अफगानिस्तान की महिलाओं और बच्चों की स्थिति बहुत दुखद हो गई है| सूत्रों के मुताबिक हशमत गनी अशरफ गनी का भाई है| वह अफगानिस्तान की राजनीति और कूटनीति को बहुत अच्छी तरह से जानता है| इस बात का सीधा फायदा तालिबानियों को होगा | हशमत गनी पहले से ही तालिबान का समर्थन करता था और जैसे ही तालिबानियों ने अफगानिस्तान पर कब्जा किया वह भी उनके साथ शामिल हो गया | इस खबर से पूरी दुनिया दहशत में है|