दोनों डोज लगवा चुके लोगों को भी ओमिक्रॉन का खतरा,15 देशों में पहुंचा ओमिक्रॉन

यदि आप वैक्सीन के दोनों डोज ले चुके हैं तो भी आप वायरस से पूरी तरह सुरक्षित नहीं है। अल्फा,डेल्टा से लेकर ओमिक्रॉन नाम के नए वैरिएंट ने दुनियाभर में दस्तक दे दी है। यूएस के डॉ. शशांक हेडा का कहा है कि ओमिक्रॉन ने वैसे लोगों को भी संक्रमित किया है, जो वैक्सीन के दोनों डोज लगवा चुके थे। वहीं इस बात की जानकारी सामने नहीं आई है कि उनकी बॉडी में कोरोना होने के बाद एंटीबॉडी बनी है और उन्हें ये वायरस कितना इंफेक्ट कर रहा है। CovidRxExchange के फाउंडर और सीईओ डॉ. हेडा कोविड से जुड़ी पॉलिसी मेकिंग में कई सरकारों को सलाह दिया है जिनमें भारत की महाराष्ट्र सरकार भी शामिल है। दक्षिण अफ्रीका से निकला यह नया वैरिएंट पूरी दूनिया में खतरनाक साबित हो रहा है। इसका कारण है कि इसके करीब 50 म्यूटेशंस हैं। वहीं इससे पहले आए वेरिएंट्स जैसे एप्सिलॉन, अल्फा, गामा, डेल्टा में इतने म्यूटेशंस नहीं पाए गए। सबसे बड़ी बात है कि किसी में भी म्यूटेशन इतनी तेजी से नहीं बन रहे थे।
बता दें कि वैक्सीन के दोनों डोज लगवा चुके लोगों पर भी यह वायरस संक्रमित कर रहा है। वैसे वैक्सीन इससे बचाने में काफी कारगर भी है। इसलिए जिन लोगों ने एक डोज लगवाया है उन्हें तुरंत दूसरा डोज लगवा लेना चाहिए, ताकि वे ज्यादा सुरक्षित रह सकें। मॉडर्ना,फाइजर, एस्ट्राजेनका सभी को स्पाइक प्रोटीन का मुकाबला करने के लिए डिजाइन किया गया है।
गौरतलब है कि यह वैरिएंट बहुत कम समय में ही लगभग 15 देशों में फैल चुका है। वैसे इससे घबराने की जरूरत नहीं है। सबसे ध्यान देने वाली बात यह है कि इस वायरस को हमें कोविड एप्रोपिएट बिहेवियर को फॉलो करना चाहिए। वहीं दक्षिण अफ्रीकी मेडिकल एसोसिएशन की अध्यक्ष डॉ. एंजेलिक कोएत्जी ने कहा है कि यह वायरस 40 या उससे कम उम्र के लोगों को प्रभावित कर रहा है। हाल ही में मिली खबर के मुताबिक, इस वायरस में थकान,सिरदर्द,शरीर में दर्द,गले में खराश और खांसी के लक्षण दिखते हैं।