कोविड वायरस की चपेट में आ चुके लोग अत्यंत परेशान हैं। पूरे परिवार के चपेट में आ जाने से लोग खाना भी नहीं बना सकते। ऐसे में आईआईएमटी कॉलेज समूह ने लोगों को निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराना का बीड़ा उठाया है। आईआईएमटी यह कार्य 19 अप्रैल से कर रहा है। पहले पीड़ितों को केवल लंच उपलब्ध कराया जाता था लेकिन लोगों की बढ़ती मांग के चलते अब रात का भोजन भी उपलब्ध कराया जा रहा है। लगभग दस हजार से अधिक लोग इसका फायदा उठा चुके हैं।
कई हजार लोग उठा चुके हैं लाभ-
आईआईएमटी समूह की तरफ से ग्रेटर नोएडा में 250 से अधिक संक्रमित परिवार के लिए दो समय का भोजन दिया जा रहा है। वहीं मेरठ शहर में भी 275 से अधिक परिवारों को शुद्ध सात्विक और पौष्टिक खाना पहुंचाया जा रहा है। अब तक कई हजार लोग इस सेवा का लाभ उठा चुके हैं। पिछले साल की तरह आईआईएमटी समूह के चेयरमैन योगेश मोहन गुप्ता की प्रेरणा और मार्गदर्शन में यह सामाजिक कार्य किया जा रहा है। ग्रुप के चेयरमैन योगेश मोहन गुप्ता ने बताया कि 19 अप्रैल से भोजन की सेवा को फिर से शुरू किया गया है। आज विदेशों से लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग संपर्क कर अपने परिवार और परिचितों को भोजन उपलब्ध कराने का आग्रह कर रहे हैं।
एक कॉल पर घर पहुंच रहा है खानाः
अगर किसी कोरोना पॉजिटिव परिवार को भोजन की आवश्यकता है तो कॉलेज प्रबंधन की तरफ से ग्रेटर नोएडा के लिए 7302254554 और मेरठ के लिए 9458638065 फोन नंबर जारी किया गया है। इन फोन नंबर पर सुबह 10 बजे तक कॉल कर कोविड पीडित अपने और परिवार के लिए निःशुल्क भोजन की सेवा ले सकता है।
शुद्धता व स्वच्छता का पूरा इंतजामः
कॉलेज के प्रबंध निदेशक मयंक अग्रवाल ने बताया कि होम आईसोलेशन में रहने वाले कोविड मरीजों को घर जैसा ही पकाया हुआ खाना भेजा जा रहा है। खाने की शुद्धता व स्वच्छता का पूरा इंतजाम रखा जा रहा है। कोविड के मरीजों के लिए डिस्पोजेबल थाली, प्लेट का इंतजाम किया गया है, ताकि संक्रमण दूसरों तक नहीं फैले। वहीं पॉलटेकनिक के डॉयरेक्टर उमेश कुमार का कहना है कि कोविड मरीज को अपना नाम, फोन नंबर, पता और कोरोना की पॉजिटिव रिपोर्ट फोन पर उपलब्ध करानी होती है। इसके बाद उस कोविड पीड़ित जरूरतमंद को उसके घर पर खाना पहुंचाया जाता है।
बता दें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही प्रदेश की जनता से निवेदन कर चुके हैं कि जो भी सक्षम लोग हैं, वह इस त्रासदी के समय सामने आकर बीमारी से जूझ रहे लोगों की मदद करें, जिससे यूपी मिलकर कोरोना महामारी के खिलाफ चल रही इस जंग में जीत हासिल कर सके।