गुजरात में कोविड-19 से होने वाली मौतों की पुष्टि को लेकर बीजेपी पर राहुल गांधी ने साधा निशाना

कोविड-19

गुजरात की भाजपा सरकार ने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इस दावे का जोरदार खंडन किया कि राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण से अब तक करीब तीन लाख लोगों की मौत हो चुकी है. सरकार ने कहा कि राज्य में लगभग 10 हजार लोगों की संक्रमण से मौत हुई है. उसने गांधी के बयान को लोगों को गुमराह करने तथा राज्य की छवि खराब करने का प्रयास बताया. गुजरात के एक मंत्री ने गांधी को चुनौती दी कि वे उन राज्यों पर भी समान रुख अपनाएं जहां कांग्रेस अपने दम पर या गठबंधन में सत्ता में है और कहें कि उनके कोविड-19 मौत के आधिकारिक आंकड़े भी गढ़े गए हैं. गांधी के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए, गुजरात के शिक्षा मंत्री और सरकार के प्रवक्ता जीतू वाघानी ने कहा कि महामारी के दौरान अन्य बीमारियों के कारण होने वाली मौतों और कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों के बीच अंतर है.


वाघानी ने गांधीनगर मे पत्रकारों से कहा, ”राहुल गांधी का यह आरोप निराधार और बेतुका है कि गुजरात में कोरोना वायरस के कारण 3 लाख लोग जान गंवा चुके हैं. हम गुजरात को बदनाम करने के ऐसे प्रयासों की निंदा करते हैं. यह कांग्रेस द्वारा झूठ के माध्यम से जनता को उकसाने और उनमें दहशत पैदा करने के उसके एजेंडे के तहत किया जा रहा है.”


वाघानी के अनुसार, गुजरात में मौत का आधिकारिक आंकड़ा 10,088 (24 नवंबर को 10,092) है, न कि 3 लाख, जैसा कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया था. गांधी ने बुधवार को एक वीडियो साझा किया था, जिसमें गुजरात में कोविड-19 के चलते अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों ने आरोप लगाया कि उन्हें सरकार से समय पर मदद नहीं मिली.


”कांग्रेस न्याय अभियान” के तहत जारी किए गए 4.31 मिनट के वीडियो के साथ गांधी ने कहा कि ”गुजरात मॉडल” के बारे में बहुत बात की जाती है, लेकिन परिवारों ने कहा कि महामारी के दौरान उन्हें न तो अस्पताल में बिस्तर मिला और न ही वेंटिलेटर. गांधी ने कहा कि एक ओर गुजरात सरकार का दावा है कि कोविड-19 के कारण केवल 10,000 रोगियों की मौत हुई है, सच्चाई यह है कि संक्रमण के कारण ”तीन लाख लोग मारे गए हैं.”

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