कवि कुमार विश्वास ने आईआईएमटी कॉलेज में लाखों की छात्रवृत्ति का किया वितरण

एक अच्छा कवि देश और समाज के लिए हमेशा अच्छा ही बोलता है। यह बातें विश्व प्रसिद्ध कवि डॉ. कुमार विश्वास ने नॉलेज पार्क स्थित आईआईएमटी कॉलेज में छात्रवृत्ति वितरण के दौरान कही। इस अवसर पर कवि संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत उन्होंने अपनी मशहूर कविता ‘कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है। मगर धरती की बैचेनी को बस बादल समझता है। इसके बाद उन्होंने ‘मैं अपने गीत गजलों से उसे पैगाम करता हूं। उसी की दौलत उसी के नाम करता हूं’। इतना सुनते ही पूरा कॉलेज परिसर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इसके बाद एक से बढ़कर एक काव्य रचनाएं कार्यक्रम में आए दूसरे कवि और कवित्रियों ने भी सुनाई।

इस अवसर पर कुमार विश्वास ने 90 प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को कई लाख की छात्रवृत्ति प्रदान की। उल्लेखनीय है कि आईआईएमटी कॉलेज समूह अपने विभिन्न परिसरों में 2.5 करोड़ रुपये से अधिक की छात्रवृत्ति विद्यार्थियों को प्रत्येक वर्ष देता है।
परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करने वाले और 80 प्रतिशत से ज्यादा उपस्थिति वाले छात्रों को कॉलेज की तरफ से छात्रवृत्ति प्रदान की गई।
आईआईएमटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के सीएस विभाग के 31, सिविल विभाग के 15, आई टी विभाग के 6, ईसी विभाग के 15 एवं एमई विभाग के 6 छात्र-छात्राओं और आईआईएमटी कॉलेज ऑफ फार्मेसी के 10, मैनेजमेंट के 5 और पॉलिटेकिनक के छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति प्रदान की गई। कॉलेज की स्थापना काल से ही कॉलेज प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति प्रदान कर रहा है।
डॉ. कुमार विश्वास ने आईआईएमटी समूह द्वारा दी जा रही शिक्षा की तारीफ की। आईआईएमटी कॉलेज समूह के चेयरमैन योगेश मोहन गुप्ता ने कहा कि विद्यार्थियों को प्रोत्साहित और प्रेरित करने के लिये छात्रवृत्ति प्रदान की गई है और छात्रों के हित में ऐसे कार्य आगे भी जारी रहेंगे। वहीं आईआईएमटी कॉलेज समूह के प्रबंध निदेशक डॉ. मयंक अग्रवाल ने कवि डॉ. कुमार विश्वास का स्वागत किया।
आईआईएमटी कॉलेज में छात्रवृत्ति वितरण समारोह को लेकर छात्र और छात्राओं में सुबह से ही जबरदस्त उत्साह था। इस मौके पर छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति पाकर अत्यधिक खुश थे और उन्होंने छात्रवृत्ति के लिये आईआईएमटी कॉलेज समूह का आभार भी व्यक्त किया। वहीं इस दौरान कॉलेज समूह के सभी डॉयरेक्टर सहित कॉलेज के सभी लोग उपस्थित रहे।