लौंग की खुशबू में छिपे हैं कई बीमारियों के राज, हर घर में होती प्रयोग

लौंग दैनिक जीवन में बहुत उपयोगी हैं। अधिकांश सभी घरों में चाय पेस्ट, और तेल में लौंग का प्रयोग किया जाता हैं। लौंग में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं। एंटी-माइक्रोवियल, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-वायरल, एनाल्जेसिक, एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक, हाइपोलिपिडेमिक, हेपेटोप्रोक्टिव गुण पाए जाते हैं। इसमें बीमारी वर्धक करीब 29 से अधिक एंटी-पोषक तत्व पाए जाते हैं, जिसमें विटामिन ए,बी,सी,डी,ई और विटामिन के शामिल होते है। लौंग से होने वाले फायदे में अधिकतर जुखाम, खांसी, बुखार, शरीर के अंदर सूक्ष्म जीवाणुओं को एंटी-इंफ्लेमेंटरी बैक्टेरिया नष्ट करने में मददगार हैं। इसमें माइक्रोऑग्रेनिज्म बैक्टेरिया होते हैं। यूजेनॉल नामक बैक्टेरिया दांतों से संबंधित बीमारियों में राहत प्रदान करता हैं। ब्लड ग्लूकोज़ को कम कर डायबिटीज़ से छुटकारा दिलाने में सहायक हैं। गैस, कब्ज, अपच, मतली, डायरिया और तेल पेप्टिक अल्सर को कम करता हैं। मेटाबॉलिज्म बढ़ाकर वैट मैनेजमेंट को कंट्रोल करने में सहायक हैं। इसके तेल और पाउडर का नियमित प्रयोग करने से मोटापा खत्म हो सकता हैं। एथिल एसीटेंट अर्क में एंटी ट्यूमर तत्व होने के कारण कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से लडने में सहायक हैं। प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी इसका प्रयोग लाभकारी होता हैं। शारीरिक तनाव में लौंग बेहद फायदेमंद हैं। इसमें एंटी-स्ट्रेस क्टीविटी गुणों की वजह से तनाव में कमी होती हैं। लौंग के कुछ नुकसान भी हैं जिनसे शरीर की डाइट में खतरा बढ़ने का भय रहता हैं। इसका अधिक सेवन करने से रक्त पतला हो जाता हैं। आंखों में जलन हो सकती हैं। चर्म रोग की शिकायत आ सकती हैं। लिवर डैमेज भी हो सकता हैं। हार्मोन की कमी होने का खतरा बना रहता हैं। गर्भावस्था में इसका सेवन नहीं करना चाहिए।