क्रिकेट में कदम रखते ही बन गए दुनिया के महान एथलीट

दुनिया के महानतम धावक को आखिर कौन नहीं जानता होगा,इनके नाम से तो हर कोई वाकिफ है। वे भले ही दुनियाभर में एक महान एथलीट के नाम से जाने जाते हों लेकिन वे आज भी अपनी सफलता के पीछे क्रिकेट का बड़ा रोल मानते हैं। जमैका के इस लिविंग लिजेंड ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि वे एथलेटिक्स में इसलिए जा पाए क्योंकि उन्हें क्रिकेट खेलना काफी पसंद था। वहीं एक दिन क्रिकेट कोच ने इन्हें रनिंग करने की सलाह दी।
बता दें कि बोल्ट ने इनके सलाह पर अमल किया और इसका नतीजा क्या रहा यह पूरी दुनिया जानती है। दुनिया के महान स्प्रिंटर कहे जाने वाले जमैका के उसैन ने 8 ओलपिंक गोल्ड मेडल और 11 वर्ल्ड चैंपियनशिप गोल्ड मेडल का खिताब अपने नाम किया है। दरअसल,स्प्रिंटर की दौर में ऐसी सफलता उसैन से पहले किसी ने हासिल नहीं किया था। माना जा रहा है कि आगे भी इनके कामयाबी के पीछे कोई पहुंच जाए इसकी संभावना काफी कम है।
दरअसल, उसैन के पिता भी क्रिकेट में काफी दिलचस्प रखते थे, इनको देखकर इनके बेटे भी क्रिकेट के चहेते हो गए। इनको क्रिकेट खेलना पसंद था और इनकी तेज रनिंग को देखकर एक दिन उनके क्रिकेट कोच ने उन्हें स्प्रिंटिंग करने की सलाह दी। उसके बाद यहीं से बोल्ट का जीवन पूरी तरह से बदल गया। उसैन ट्रैक पर उतरे और आने वाले वर्षों में तेजी से जुड़े तमाम वर्ल्ड रिकॉर्ड को धराशायी कर दिया। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि मेरे देश जमैका के लोग ज्यादातर लोग या तो क्रिकेट या फुटबॉल खेलना पसंद करते थे। वैसे सबसे खास बात यह है कि ये खुद अपने कैरियर में सबसे बड़ा मोटिवेशन रहे हैं। आपको बता दें कि इस महान एथलीट का पसंदीदा क्रिकेटर कैरेबियन स्टार ब्रायन लारा रहें और पसंदीदा फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो रहे हैं।
गौरतलब है कि जमैका के महानतम धावक उसैन बोल्ट ने एथलेटिक्स में कई अटूट रिकॉर्ड बनाए,जिसको तोड़ने में लंबा वक्त लगेगा। 35 साल के बोल्ट ने 100 मीटर रेस 9.58 सेकेंड और 200 मीटर रेस 19.19 सेकेंड में पूरी की थी,जो अपने आप में वर्ल्ड रिकॉर्ड है। उसके बाद बोल्ट ने बीजिंग ओलिंपिक में 2 और 2012 लंदन ओलिंपिक और 2016 रियो ओलिंपिकमें 3-3 स्वर्ण पदक हासिल किए। उसके बाद 2017 लंदन वर्ल्ड चेंपियनशिप के बाद एथलेटिक्स के दुनिया को अलविदा कह दिया था।