आईआईएमटी न्यूज, ग्रेटर नोएडा। नागरिकता कानून के विरोध में देश भर में हिंसा और प्रदर्शन का माहौल रहा। जगह-जगह से हिंसा और तोड़फोड़ की खबरों को सोशल मीडिया के माध्यम से फैलाया गया। वहीं सोशल मीडिया पर इन खबरों को गलत तथ्य के साथ शेयर भी किया गया। इसके बाद कई राज्यों की सरकारों ने मोबाइल इंटरनेट को कुछ जिलों में बंद कर दिया।
इंटरनेट को बंद कर देने से टेलिकॉम कंपनीयों को काफी नुकसान झेलना पड़ा। सेल्यूलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के डायरेक्टर जनरल रंजन मैथ्यू ने इंटरनेट की पाबंदियों के कारण हुए नुकसान के बारे में बताया। भारत में इंटरनेट बैन के कारण प्रति घंटा 2.45 करोड़ रूपये का नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि भारतीय टेलिकॉम पहले से ही नुकसान में चल रही हैं। इस प्रकार का बैन टेलिकॉम कंपनीयों के लिए चिंता का विषय है।