फिल्म जगत के मशहूर अभिनेता शम्मी कपूर 10 वर्ष पहले भले ही दुनिया को अलविदा कह गए थे, लेकिन उनकी अदाकारी और अंदाज आज भी करोड़ों फैंस के दिलों में राज करता है। शम्मी ने हर फिल्म में अलग तरह का किरदार निभाया। जंगली फिल्म का याहू कहकर उछलना आज भी दर्शकों को याद है।
आज ही के दिन यानि 14 अगस्त 2010 में उन्होंने अंतिम सांस ली थी। उन्हें फिल्म जगत में काफी संघर्ष के बाद सफलती मिली, लेकिन मेहनत और लगन ने जल्द ही उन्हें स्टार बना दिया।
फिल्म “रंगीन रातें” शूटिंग के दौरान उन्हें सहयोगी गीता बाली से प्यार हो गया। शम्मी ने गीता के सामने शादी का प्रस्ताव रखा जिसे गीता बाली ने ठुकरा दिया।
लेकिन उसके ठीक एक महीने बाद अचानक गीता ने शम्मी को फोन कर तत्काल शादी करने को कहा। शम्मी ने कहा कि इतनी जल्दी शादी कैसे हो सकती है तो गीता ने शादी आज ही होगी नहीं तो कभी नहीं। इस पर शम्मी तैयार हो गए। दोनों बिना तैयारी के मंदिर में पहुंच गए, उस समय मांग भरने के लिए सिंदूर भी नहीं था। आश्चर्य की बात गीता के पास लिपिस्टिक थी, शम्मी ने उसी से मांग भरकर शादी संपन्न की।
अभिनेता शम्मी कपूर ने गीताबाली की लिपिस्टिक से भरी थी मांग
