ऐसा कहा जाता है कि जिसका अगाज अच्छा हुआ है, उसका अंजाम भी अच्छा हो ये कोई जरूरी नहीं है। कई बार लवस्टोरी में भी ऐसा देखने को मिलता है। इसी तरह की कुछ प्रेम कहानी अध्ययन सुमन और कंगना रनोट के बीच थी। अध्ययन ने अपने इस रिश्ते को लेकर काफी बात की है। उन्होने कहा कि उन्हे ब्रेकअप से उबरने में उनके पापा शेखर सुमन ने बहुत मदद की। कंगना और अध्ययन की रिलेशनशिप एक साल (2008-2009) तक ही चली। उस बीच में भी इन दोनों की आपस में नोक-झोंक देखने को मिलती थी। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उस दौर उन्हें लोग एक फ्लॉप एक्टर कहते थे। इनकी तुलना लोग विवेक ओबरॉय से करने लगे थे। कंगना रनौट और विवेक ओबरॉय के संबंधों को लेकर एक न्यूज चैनल में बहुत सारी बातें होने लगी थी। उनको लोग हारे हुए एक्टर कहने लगे थे। लोग तो ये भी कह रहे थे कि ये एक फ्लॉप अभिनेता है और प्रचार के लिए ये सब कर रहा है। एक ने तो ये भी कहा कि वे अगले विवेक ओबरॉय बनने वाले हैं। अब दोनों के रिलेशनशिप में भावनात्मक रूप से बहुत कुछ हुआ है। युवा,प्रभावशाली दिमाग होने के कारण कुछ चीजें काफी लंबे समय तक उनके साथ रहीं। उनके लिए ये सब खत्म करना बहुत मुश्किल था। ये लड़ाई किसी दूसरे व्यक्ति के साथ नहीं हैं,ये लड़ाई खुद से है। अध्ययन सुमन ने कहा कि, ‘मैं एक भारी भावनात्मक उथल-पुथल से गुजर रहा था।’
अध्ययन सुमन को लोग क्यों कहते हैं बॉलीवुड का विवेक ओबरॉय ?
